अपने आशियाने का अधूरा सपना लिए अंतरिक्ष ग्रुप के एक घर खरीदार की जीवन लीला समाप्त
![Image](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEimbC8smoeV8SlWzYLunIU_8xM4pK2g3lKOXGTdx2MJxD2i_jQ9ye2CpB7B1czOVa3OAD7nGIwtItszSQeJHuw-DoLqm9lii3JxUxgq0yPGc0owZehIbI0yz9NKKjLHfN3_tNMS0zJMd1w/s320/Antriksh_Sanskriti+project+site.jpg)
विलंबित ' अंतरिक्ष संस्कृति ' परियोजना में 1200 से अधिक होमबॉयर्स का जीवन दांव पर है , इसलिए यह सवाल है कि क्या मोदी 2.0 में पीड़ित उपभोक्ताओं के अर्ध-निर्मित घरों पर छाया अंधेरे कभी दूर हो सकेगा ताकि उनके प्राणों की रक्षा हो सके ? देश भर में बिल्डरों के सताये हुए लाखों होमबॉयर्स के लिए अपने सिर पर छत का इंतजार एक अंतहीन दुःस्वप्न बन गया है। वित्तीय कठिनाइयों , मानसिक , भावनात्मक आघात , और सालों से अटकी घर परियोजनाओं से उत्पन्न अवसाद ने अपना नकारात्मक असर दिखाना शुरू कर दिया है , जिससे कई खरीदारों के जीवन की डोर असमय ही कटने लगी है। हाल ही के एक उदाहरण में , एक वरिष्ठ नागरिक , जिन्होंने अंतरिक्ष रियलटेक प्राइवेट लिमिटेड की 2010 में शुरू हुई परियोजना ' अंतरिक्ष संस्कृति ' में अपनी आजीवन बचत का निवेश किया था , प्रोजेक्ट पर जारी अनिश्चितता के कारण जारी तनाव और उत्पीड़न को सहन नहीं कर सके। इस माह (जून 2019) की शुरुआत में , उनके बी.पी. में अचानक बहुत गिरावट आ गयी और वह शहर के एक हॉस्पिटल में आईसीयू में अपने इलाज के दौरान ही इस दुनिया से चल...